लखनऊ : आवारा पशुओं की वजह से उत्तर प्रदेश के किसानों को भारी नुकसान पहुँच रहा था | परंतु योगी सरकार ने उसका भी हल निकाल लिया है | बुंदेलखंड में लागू सोलर फेंसिंग योजना को पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के रूप में लागू करने के फैसला लिया है |
विपक्ष द्वाराआवारा पशुओं का मुद्दा योगी सरकार को घेरने की वजह बन गया था | पिछले विधानसभा चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा बन गया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी मंच से यह आश्वासन दिया था कि राज्य सरकार इस समस्या से निपटने का इंतजाम करेगी।
सोलर फेंसिंग योजना के बारे में
बुंदेलखंड में आवारा पशुओं की समस्या को देखते हुए वहां बुंदेलखंड पैकेज के तहत सोलर फेंसिंग योजना लागू की गई है। सोलर फेंसिंग में किसानों की फसल को पशुओं से बचाने के लिए खेतों को बाड़ से घेरा जाता है। बाड़ में सौर ऊर्जा के माध्यम से 12 वोल्ट का करंट प्रवाहित होता है। इससे सिर्फ पशुओं को झटका लगता है, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। पशु के बाड़ से टकराने पर हल्के करंट के साथ सायरन की आवाज भी होती है। इससे मवेशी और जंगली जानवर जैसे कि नीलगाय, सुअर, बंदर आदि खेत मे खड़ी फसल को किसी भी तरह नुकसान नहीं पंहुचा पाते है ।
योजना का बजट 350 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना किसानों को पूरे प्रदेश में राज्य सरकार की योजना के तौर पर लागू करने की तैयारी है। योजना के लिए प्रस्तावित बजट 75 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 350 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इसके लिए सरकार लघु-सीमांत किसानों को प्रति हेक्टेयर लागत का 60 प्रतिशत या 1.43 लाख रुपये का अनुदान भी देगी। शीघ्र ही इस योजना को कैबिनेट से मंजूरी दिलाने की तैयारी है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
चरागाहों को कब्जों से मुक्त कराने के लिए भी चल रहा अभियान
पशु खेत में खड़ी फसल का नुकसान तब अधिक करते हैं जब उनको अपने आसपास खाने के लिए कुछ नहीं मिलता। यदि चरागाह हों तो मवेशी खेतों की ओर नहीं जाएंगे। चरागाहों को कब्जों से मुक्त कराने के लिए पशुपालन व दुग्ध विकास विभाग ने 11 जुलाई से 25 अगस्त तक अभियान संचालित किया है।