देश भर में अल नीनो की वजह से अप्रैल में खूब गर्मी पड़ रही है, जिसकी वजह से केले की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। मई और जून के महीने में तेज़ गर्मी पड़ने की आशंका मौसम विभाग ने पहले ही जता दी है।
ऐसे में तेज़ गर्म हवा केले के फसल के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है, जिसकी वजह से केले के पौधे सूखने लगते है। ऐसे में गर्मी के मौसम में इन फसलों का बचाव बेहद ज़रूरी है।
मौसम विभाग के हेड का कहना है की अगर गर्मी के मौसम में फसल का बचाव नहीं किया गया तो 20 से 30 फीसदी केलो का नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 80 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली हवा केले की फसल के लिए नुकसानदायक हो सकती है। ऐसे में केलो के बगीचे में नमी बनाये रखना बेहद ज़रूरी है। इसके साथ ही फसल की रक्षा के लिए ग्रीन शेड का उपयोग करे।
इन तरीको से किया जा सकता है बचाव:
मौसम विभाग के हेड का कहना है कि अगर केले के पौधों में गुच्छा अप्रैल और मई के महीनो में आ जाएं तो उनके सूखने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में केले के बागो का प्रबंध कुछ ऐसे करे जिससे ये गुच्छे इन महीनों में न निकले लेकिन अगर गुच्छे आ गए है तो गर्म हवा से बचाने के लिए उन्हें ढक दे।
इसके अलावा लू से बचाने के लिए केले के सूखे पत्तो और पॉली बैग कि मदद से फसल को ढककर भी उनको बचाया जा सकता है।